Friday, 1 April 2011

MUJHE TO YAD NAHI RAHTA PAR.....

मुझे तो याद नहीं रहता ,
पर रास्ते से गुज़रती हूँ 
तो लोगों का घूरना याद दिला देता है कि मैं लड़की हूँ .
मुझे तो याद नहीं रहता ,
पर भीड़ का फायदा उठा 
किसी का मुझे छूकर निकल जाना 
याद दिला देता है कि मैं लड़की हूँ .
मुझे तो याद नहीं रहता ,
पर मुझे ठहाके लगाते देख दादी का टोकना 
याद दिला देता है कि मैं लड़की हूँ .
मुझे तो याद नहीं रहता ,
पर किसी शहर में अकेले जाने की बात सुन
माँ, बाबा का घबरा जाना ,
याद दिला देता है कि मैं लड़की हूँ .
मुझे तो याद नहीं रहता ,
पर बस में सफ़र करते किसी उम्रदराज़ को 
जगह न देकर बिना मांगे किसी का 
सीट पर थोडा खिसक जाना 
याद दिला देता है कि मैं लड़की हूँ ..........